शिव तांडव Shiv Tandav lyrics in Hindi & English

Best Singer of Shiva Tandav = Anuradha Paudwal

Table of Contents

Shiv Tandav lyrics in Hindi

Shiv Tandav lyrics in Hindi

जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् ।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥१॥

जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी
विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि ।
धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके
किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ॥२॥

धराधरेन्द्रनंदिनीविलासबन्धुबन्धुर
स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे ।
कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि
क्वचिद्दिगम्बरे(क्वचिच्चिदम्बरे) मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥३॥

जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभा
कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे ।
मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे
मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि ॥४॥

सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखर
प्रसूनधूलिधोरणी विधूसराङ्घ्रिपीठभूः ।
भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटक
श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः ॥५॥

ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा
निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम् ।
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं
महाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तु नः ॥६॥

करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल
द्धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके ।
धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रक
प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम ॥७॥

नवीनमेघमण्डली निरुद्धदुर्धरस्फुरत्
कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः ।
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः
कलानिधानबन्धुरः श्रियं जगद्धुरंधरः ॥८॥

प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभा
वलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम् ।
स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं
गजच्छिदांधकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे ॥९॥

अगर्व सर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरी
रसप्रवाहमाधुरी विजृम्भणामधुव्रतम् ।
स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं मखान्तकं
गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे ॥१०॥

जयत्वदभ्रविभ्रमभ्रमद्भुजङ्गमश्वस
द्विनिर्गमत्क्रमस्फुरत्करालभालहव्यवाट् ।
धिमिद्धिमिद्धिमिध्वनन्मृदङ्गतुङ्गमङ्गल
ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्डताण्डवः शिवः ॥११॥

दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजङ्गमौक्तिकस्रजोर्
गरिष्ठरत्नलोष्ठयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः ।
तृणारविन्दचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः
समं प्रव्रितिक: कदा सदाशिवं भजाम्यहम ॥१२॥

कदा निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरे वसन्
विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरः स्थमञ्जलिं वहन् ।
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः
शिवेति मंत्रमुच्चरन् कदा सुखी भवाम्यहम् ॥१३॥

निलिम्प नाथनागरी कदम्ब मौलमल्लिका-
निगुम्फनिर्भक्षरन्म धूष्णिकामनोहरः ।
तनोतु नो मनोमुदं विनोदिनींमहनिशं
परिश्रय परं पदं तदङ्गजत्विषां चयः ॥१४॥

प्रचण्ड वाडवानल प्रभाशुभप्रचारणी
महाष्टसिद्धिकामिनी जनावहूत जल्पना ।
विमुक्त वाम लोचनो विवाहकालिकध्वनिः
शिवेति मन्त्रभूषगो जगज्जयाय जायताम् ॥१५॥

इमं हि नित्यमेवमुक्तमुत्तमोत्तमं स्तवं
पठन्स्मरन्ब्रुवन्नरो विशुद्धिमेतिसंततम् ।
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं
विमोहनं हि देहिनां सुशङ्करस्य चिंतनम् ॥१६॥

पूजावसानसमये दशवक्त्रगीतं
यः शम्भुपूजनपरं पठति प्रदोषे ।
तस्य स्थिरां रथगजेन्द्रतुरङ्गयुक्तां
लक्ष्मीं सदैव सुमुखिं प्रददाति शम्भुः ॥१७॥

इति श्रीरावण कृतम्
शिव ताण्डव स्तोत्रम्स संम्पूर्णम् Shiv Tandav lyrics in Hindi

शिव तांडव स्तोत्रम्: अनुराधा पौडवाल, शिव तांडव के सर्वश्रेष्ठ गायक : ( Shiv Tandav lyrics in Hindi)

Shiv Tandav lyrics in Hindi

शिव तांडव स्तोत्रम् एक प्रमुख हिंदी भजन है जिसे शिव भक्ति और संगीत के प्रेमी अनुराधा पौडवाल ने अद्वितीयता से गाया है। यह एक आदिकालीन रचना है जो अपने प्रभावशाली शब्दों और भक्ति भाव से प्रसिद्ध हुई है।

इसलिए, इस गीत को सुनने वाले लोगों के मन में भगवान शिव की महिमा के प्रति एक गहरा आदर और श्रद्धा का अनुभव होता है Shiv Tandav lyrics in Hindi

Shiv Tandav Stotram Lyrics In Hindi And English : Meaning

जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥१॥

इस पंक्ति में, शिव तांडव स्तोत्रम् का दूसरा स्त्रोत है। यहां शिव के जटावली, जलप्रवाह, पावित्र्य से युक्त स्थल, गले में लटकते हुए भुजंग जैसी ऊँचाई पर लटकती माला का वर्णन किया गया है। विभिन्न ध्वनियों के माध्यम से यहां प्रकट होने वाले शब्दों का वर्णन किया गया है, जो शिव के चण्डताण्डव को प्रकट करते हैं। यह स्तोत्रम् हम सबको आशीर्वाद दें और हमारे मन को शांति प्रदान करें, ऐसी कामना की है। Shiv Tandav lyrics in Hindi

सुरागराजवरवामविलोललोचने
सुरांगनारीसुन्दरीमुखमपङ्गलीम्।
प्रमोदमानमानसेकराण्विपाकषेकरं
कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करम्॥२॥

इस श्लोक में, शिव तांडव स्तोत्रम् का तीसरा स्त्रोत है। यहां शिव की सुंदर सौंदर्यपूर्ण दृष्टि, अपङ्गलता से मुक्त सुंदर मुख का वर्णन किया गया है। शिव की कृपा, क्षमा और यश को बताते हुए इस स्तोत्रम् की महिमा वर्णित की गई है। इस स्तोत्र के पठन से हमारा मन प्रमोदित हो और यश मिले, ऐसी कामना की गई है।Shiv Tandav lyrics in Hindi

ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा
निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम्।
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं
महाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तु नः॥३॥

इस श्लोक में, शिव तांडव स्तोत्रम् का चौथा स्त्रोत है। यहां शिव की आँखों के चारों ओर ज्वलित होने वाले धनुष जैसी आभा, पंचसायक अर्जुन जैसी सुंदर बाणों द्वारा सजा हुआ, तांडव करने वाला शिव का चन्द्रमा समान मुख, सुधामय योगपट्टी द्वारा सजा हुआ मुण्डमाला का वर्णन किया गया है। इस स्तोत्र के पाठ से हमारा मन शांत हो और हमारे मस्तिष्क में महाकपालि शिव की आराध्यता का भाव प्रकट हो, ऐसी कामना की गई है।

जगत्त्रयं त्रयंबकत्रिनयनं द्विभुजगंगाधरं
स्मरत्रिनेत्रं सदानन्दहंसमीशमद्यमानं।
तनोतु नः शिवः शपचिप्रचयः प्रचण्डदण्डः
प्रमथाधिपः सर्वभूतदमनः काशिराजम्॥४॥

इस श्लोक में, शिव तांडव स्तोत्रम् का पांचवां स्त्रोत है। यहां शिव का त्रिनेत्र, जो तीनों लोकों को जानता है, द्विभुज, जिसके हाथों में गंगा झरती है, सदा आनंदमय हंस रूप, माया से अतीत और सदैव अवधूत विभूति को धारण करते हुए विराजमान, देवताओं का श्रवण करने वाले शिव का ध्यान करने से प्रमथों के प्रमुख, सभी भूतों को दमन करने वाले, काशीपति शिव की आराध्यता का भाव प्रकट हो, ऐसी कामना की गई है।Shiv Tandav lyrics in Hindi

इति श्रीशिवतांडवस्तोत्रं सम्पूर्णम्॥

यही श्रीशिवतांडव स्तोत्र है।

यही श्रीशिवतांडव स्तोत्र भगवान शिव की महिमा और गौरव को वर्णित करने वाला एक प्रमुख स्तोत्र है। इस स्तोत्र का पाठ करने से श्रद्धा और भक्ति से भरा हुआ हृदय प्रकट होता है और व्यक्ति का मन शांत होता है। शिवतांडव स्तोत्र का प्रयोग ध्यान, धारणा और मेधा को बढ़ाने के लिए किया जाता है।

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Conclusion ( Shiv Tandav lyrics in Hindi ) :

इस लेख में हमने हिंदी में “शिव तांडव” के गीत के बारे में विस्तार से चर्चा की है। यह गीत महादेव शिव के महिमा और शक्ति को प्रकट करने वाला है। इस गीत के शब्दों का आद्यात्मिक और धार्मिक महत्व है और यह शिव भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।

इस लेख में हमने इस गीत के हिंदी लिरिक्स प्रस्तुत किए हैं और यहां तकि पाठकों को अच्छी तरह से उनके अर्थ और महत्व का ज्ञान हो सके। हमने इस गीत के गायक के रूप में अनुराधा पौडवाल की गुणवत्ता का उल्लेख किया है, जिन्होंने इसे अद्वितीय रूप से अभिनीत किया है।

Shiv Tandav Ringtone

“शिव तांडव” के गीत के माध्यम से हम शिव के दिव्य और परम रूप का अनुभव करते हैं और उनके महिमा का गुणगान करते हैं। यह गीत हमें शिव की शक्ति, भोलेनाथ की दिव्यता और अनन्तता का एहसास कराता है।

शिव तांडव गीत हमें सृजनशीलता, शक्ति, और आद्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कराता है। यह एक प्रमुख शिव भजन है जो भक्तों के द्वारा स्वागत किया जाता है और उन्हें भोलेनाथ के साथ एकता में जोड़ता है।

अधिकांश लोग इस गीत को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद आध्यात्मिक और मानसिक शांति का अनुभव करते हैं। शिव तांडव के गीत के सुर और शब्द आपको एक अद्वितीय और अद्वैतीय ध्यान अनुभव में ले जाते हैं। इस गीत को सुनने से हम अपने मन को शुद्ध करते हैं और चेतना को ऊंचाईयों तक पहुंचाते हैं |shiv tandav lyrics in Hindi

Shiv Tandav Lyrics In Bengali

शिव तांडव का यह गीत हमें शक्ति, सामर्थ्य, और आनंद का एक अनूठा अनुभव कराता है। इस गीत के माध्यम से हम शिव के दिव्य स्वरूप के प्रति भक्ति और समर्पण की अनुभूति करते हैं।

सम्पूर्ण रूप से कहें तो, “शिव तांडव” का गीत हमें शिव के महत्वपूर्ण गुणों का अनुभव कराता है और हमें आद्यात्मिक विश्राम और समृद्धि की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। यह एक महान गीत है जो हमें शिव की पूजा करने और उनकी कृपा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। Shiv Tandav lyrics in Hindi

FAQS:

क्या “शिव तांडव” गीत में उल्लेखित शब्दों का आद्यात्मिक और धार्मिक महत्व है?

हाँ, “शिव तांडव” गीत में उल्लेखित शब्दों का आद्यात्मिक और धार्मिक महत्व होता है। यह गीत महादेव शिव के महिमा और शक्ति को प्रकट करने वाला है।

कौन सा संगीतकार “शिव तांडव” का गीत रचा है?

“शिव तांडव” का गीत वर्षों पूर्व रावण द्वारा रचा गया था। इसे शिव भक्ति और महिमा का गुणगान करने के लिए प्रचलित किया गया है।

कौन से गायक ने “शिव तांडव” का गीत अद्वितीय रूप से अभिनीत किया है?

“शिव तांडव” का गीत अनुराधा पौडवाल द्वारा अद्वितीय रूप से अभिनीत किया गया है। उन्होंने इस गीत को अपनी गुणवत्ता के साथ प्रस्तुत किया है।

“शिव तांडव” का गान क्या प्रभाव हमारे मन और आत्मा पर डालता है?

शिव तांडव” का गान हमारे मन और आत्मा पर प्रभावशाली असर डालता है। इस गीत को ध्यानपूर्वक सुनने से हम आध्यात्मिक और मानसिक शांति का अनुभव करते हैं और अपने मन को शुद्ध करते हैं।

“शिव तांडव” का गान सुनने से हमें क्या लाभ हो सकते हैं?

“शिव तांडव” का गान सुनने से हमें शक्ति, सामर्थ्य, और आनंद का एक अनूठा अनुभव हो सकता है। यह गीत हमें के दिव्य स्वरूप के प्रति भक्ति और समर्पण की अनुभूति कराता है।

“शिव तांडव” का गीत सुनने से हमें कौनसी भावनाएं उभर सकती हैं?

“शिव तांडव” का गीत सुनने से हमारे अंतरंग में उद्भव होने वाली भावनाएं शक्तिशालीता, उत्कृष्टता, धैर्य, आनंद, और समर्पण हो सकती हैं। यह गीत हमें आद्यात्मिक विश्राम और समृद्धि की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है।

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